पटना समेत पूरे बिहार में रामनवमी पर पुलिस सख्ती से निगरानी कर रही है। भारी संख्या में पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
वक्फ संशोधन बिल के कानून बनने के बाद रामनवमी पर्व के मद्देनजर बिहार में कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। माहौल बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। शरारती तत्व और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है। कहीं कोई अप्रिय घटना न हो, इसको लेकर राजधानी पटना समेत राज्य के सभी जिलों में 50 कंपनी बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बी-सैप) और 12 कंपनी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की गई है। पुलिस मुख्यालय ने इसके अलावा करीब 7000 पुलिस प्रशिक्षु और होमगार्ड की भी ड्यूटी लगाई है। रामनवमी शोभायात्रा गुजरने वाले रास्तों पर अस्थायी कैमरे लगाए गये हैं। पटना समेत कई जिलों में ड्रोन से भी जुलूसों की निगरानी की व्यवस्था है।
रामनवमी पर भीड़ प्रबंधन को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। राजधानी पटना में तीन किलोमीटर में करीब 300 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसके साथ ही राज्यस्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम और सोशल मीडिया यूनिट के माध्यम से भी अराजक और उपद्रवी तत्वों पर नजर रखी जा रही है। बीते सालों में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई घटनाओं को देखते हुए सभी जिलों को पुलिस एस्कॉर्ट के साथ जुलूस निकालने का निर्देश दिया गया है।
शनिवार से ही जिला मुख्यालय से लेकर पुलिस मुख्यालय तक के कंट्रोल रूम सक्रिय हो गए। कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। पुलिस मुख्यालय ने जुलूस में तेज आवाज में डीजे बजाने और भावनाएं भड़काने वाले गाने बजाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

