समस्तीपुर में चलती गाड़ी में नाबालिग (16) से गैंगरेप का मामला सामने आया है। बदमाशों ने 3 किलोमीटर तक किशोरी से रेप किया। फिर सड़क किनारे अर्धनग्न हालत में फेंक दिया।
घटना के वक्त उसके पिता भी साथ थे, लेकिन पिता को बदमाशों ने पहले ही बेहोश कर फेंक दिया था। लोगों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। 3 दिन तक दोनों बेहोश थे। होश में आए तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है।
अब जानिए कैसे बदमाशों ने किशोरी को बनाया हवस का शिकार, साथ ही यह भी जानिए कैसे नशाखुरानी गिरोह स्टेशन के पास हैं एक्टिव।
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पिता पुत्री समस्तीपुर के रहने वाले हैं। घटना 16 अगस्त की रात की है। दोनों रात करीब 1 बजे कोलकाता से समस्तीपुर जंक्शन पहुंचे थे। जंक्शन से बाहर निकलते ही यशवंत कुमार (30) नामक शख्स पास आकर पूछा-कहां जाना है? इसपर गांव का नाम बताया तो यशवंत ने कहा हम अपने घर पूसा जा रहे है और आप मेरे साथ चल सकते हैं।
नाबालिग के पिता अपनी बेटी के साथ उसके बोलेरो गाड़ी में बैठ गए। बोलेरो में पहले से दो और व्यक्ति मो. सलाउद्दीन (55) और मो. अलाउद्ददीन (30) बैठे हुए थे। रास्ते में मुक्तापुर के पास बोलेरो में बैठे एक शख्स ने बाप-बेटी को कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दिया। पीने के बाद दोनों बेहोश हो गए। इसके बाद स्टेशन से 27 किलोमीटर की दूरी पर पिता को बेहोशी की हालत में बदमाशों ने पूसा रोड में सड़क किनोर फेंक दिया। इसके बाद तीन में से दो बदमाशों ने चलती गाड़ी में बारी-बारी से रेप किया।
अस्पताल में पीड़िता का बयान लेती पुलिस
3 दिन तक दोनों थे बेहोश, होश में आए तो गैंग रेप का हुआ खुलासा
3 किलोमीटर तक उसके साथ रेप किया। फिर स्टेशन से 30 किलोमीटर की दूरी पर मुजफ्फरपुर के सकरा थाना इलाके में सड़क किनारे फेंक दिया। 17 अगस्त की सुबह ग्रामीणों ने बेहोश नाबालिग को देखा तो सदर अस्पताल में भर्ती कराया। उसी दिन कुछ दूरी पर पूसा रोड से मिला अधेड़ शख्स भी बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। 20 अगस्त को दोनों होश में आए।
होश में आने के बाद पता चला कि दोनों पिता-पुत्री हैं। नाबालिग ने पुलिस से गैंगरेप की शिकायत की। नाबालिग की शिकायत पर समस्तीपुर पुलिस ने तीनों नामजद बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों के पास से वह गाड़ी भी बरामद किया है, जिसपर घटना को अंजाम दिया था।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का किया गया था गठन
मोबाइल लोकेशन के जरिए बदमाशों तक पहुंची पुलिस
शिकायत दर्ज होने के बाद एसपी ने एक स्पेशल गठित किया। टीम में नगर थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या के साथ चंद्रकांत गौरी और चंद्र प्रकाश टिड्डू शामिल थे। थानाध्यक्ष ने पीड़िता के मोबाइल लोकेशन हिस्ट्री के जरिए घटना के रूट को ट्रेस किया। इसके बाद उस रूट में घटना के समय एक्टिव नेटर्वक और उनके मूवमेंट की जांच की।
घटना में शामिल तीनों आरोपियों को वैशाली जिले के बेलसर थाने के मिसरीलिया गांव के मो. सलाउद्दीन, मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाने के सतपुरा गांव के मो. अलाउद्ददीन और यशवंत कुमार को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार तीनों बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।
रेल यात्रियों को बनाता था निशाना
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि तीनों बदमाशों को वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार तीनों बदमाश पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर आदि स्टेशनों पर यात्रियों को निशाना बनाते थे। एसपी ने बताया कि पीतल को नकली सोना बताकर लोगों को ठगता था। इसके साथ ही नशीली दवा खिलाकर राहगीरों के साथ लूटपाट भी करता था।