बिहार की स्वास्थ्य सेवाएं एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं, जहां मरीजों को ले जाने के लिए बनाई गई एक सरकारी अस्पताल की एम्बुलेंस मेहमानों को दावत के लिए ले जाती हुई पाई गई।
बिहार की स्वास्थ्य सेवाएं एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं, जहां मरीजों को ले जाने के लिए बनाई गई एक सरकारी अस्पताल की एम्बुलेंस मेहमानों को दावत के लिए ले जाती हुई पाई गई। इस संबंध में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बीरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता आशीष देव की शिकायत पर सुपौल के डीएम कौशल कुमार ने जांच के आदेश दिये हैं। डीएम के निर्देश पर बसंतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुन चौधरी ने अस्पताल के आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी) मनीष कुमार झा और ड्राइवर मिथुन कुमार के खिलाफ बीरपुर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। हालांक पीबी (पर्सनल बॉन्ड) पर छोड़ भी दिया।
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बीरपुर के एसएचओ संदीप कुमार सिंह ने कहा है कि एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करेगी। दोनों आरोपियों को पूछताछ के पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
इससे पहले सूचना मिलने के बाद एसडीओ कुमार सत्येन्द्र यादव अन्य अधिकारियों के साथ भोज स्थल पर पहुंचे और वहां एम्बुलेंस को पाया। जिसके बाद में चालक को थाने लाया गया। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि पिछले तीन दिनों से दावत में मेहमानों और यहां तक कि पीएचसी कर्मचारियों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा था। ड्राइवर ने बताया कि दावत मनीष कुमार झा के रिश्तेदार के यहां थी। वहीं पुलिस ने आशंका जाहित करते हुए कहा है कि कहीं एम्बुलेंस का इस्तेमाल मादक पदार्थ ले जाने के लिए तो नहीं किया जा रहा था इसकी जांच भी की जाएगी।